क्या क़यामत सी थी उसकी तसल्लियाँ भी, मुसलसल बेकरारिया दे गया कोई...!!
सिर्फ उसकी ज़फाए होती तो कोई बात न थी, मेरी दीवानगी की वजह उसकी अदाएं भी रही....!!
उसकी दुश्मनी सर आँखों पर लिए फिरता हूँ, ऐ ज़माने तेरी दोस्ती से लाख गुना अच्छी है....!!
अभी तो महफ़िल के मजे लूट लो तुम दोस्तों, चुरा लेंगे हम भी जलवे इसके कभी न कभी.....
तौबा करके तोडूं तो फिर न पास भी बिठाना साक़ी, पर जब तक तौबा न करूँ तब तक तो पिलाना साक़ी...!!
वो चाँद है पूनम का, सबकी आँखों में प्यार भरता है, मैं सूरज हूँ बेबसी का, इसलिए मुझसे दूर ही रहता है....!!
जिन्हें है खुदा की आरजू, खुदा दूर उनका गिला करे, मुझे जुस्तजू मेरे यार की, मुझे बस वही मिला करे....!!
बात मतलब की मेरी समझ में आ गई साक़ी, तेरी नजर पहली ही नजर में मुझपे छा गई साक़ी...!!
वो समझता था, उसे पाकर ही मैं रह जाऊंगा / उसको मेरी प्यास की शिद्दत का अन्दाज़ा नहीं
सिर्फ उसकी ज़फाए होती तो कोई बात न थी, मेरी दीवानगी की वजह उसकी अदाएं भी रही....!!
उसकी दुश्मनी सर आँखों पर लिए फिरता हूँ, ऐ ज़माने तेरी दोस्ती से लाख गुना अच्छी है....!!
अभी तो महफ़िल के मजे लूट लो तुम दोस्तों, चुरा लेंगे हम भी जलवे इसके कभी न कभी.....
तौबा करके तोडूं तो फिर न पास भी बिठाना साक़ी, पर जब तक तौबा न करूँ तब तक तो पिलाना साक़ी...!!
वो चाँद है पूनम का, सबकी आँखों में प्यार भरता है, मैं सूरज हूँ बेबसी का, इसलिए मुझसे दूर ही रहता है....!!
जिन्हें है खुदा की आरजू, खुदा दूर उनका गिला करे, मुझे जुस्तजू मेरे यार की, मुझे बस वही मिला करे....!!
बात मतलब की मेरी समझ में आ गई साक़ी, तेरी नजर पहली ही नजर में मुझपे छा गई साक़ी...!!
वो समझता था, उसे पाकर ही मैं रह जाऊंगा / उसको मेरी प्यास की शिद्दत का अन्दाज़ा नहीं