बुरा न मानो होली है,भांग वाली गोली है--"इस प्रकाशन का किसी की निजी जिन्दगी से कोई लेना-देना नही है अगर होगा तो मुझे ढूंढ लेना वनमाली" जनप्रतिनिधि-->> सांसद शहडोल-श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह--"अँखिया तरस गई मेरे दोस,नौ दिन चले अढ़ाई कोस" कोतमा विधायक दिलीप जायसवाल-"झा साहब तो काट ही देते तोमर से कुछ आस् है,टिकट मिलें या ना मिलें पर दुनिया मेरी दास है" अनूपपुर विधायक-बिसाहू लाल सिंह-"प्लास से उखाडो या किसी भी हथियार से,मै तो हारूंगा नही किसी भी प्रकार से" कोतमा मण्डी अध्यक्ष-विनोद सराफ-"दिल से नही ये नेक है,काँग्रेस भाजपा एक है" नगर पालिका अध्यक्ष-पसान-"लोग पीछॆ खडे कातिल बडे,और तो और मनोज भी है पीछॆ पडे" जनपद अध्यक्ष-महेन्द्र सिंह मराबी-"सेंत के पाईस भूत,बजाईन बाप और पूत राजनीति के अखाड़े से-->>(भाजपा) ब्रजेश गौतम--"आख़िर अनिल को निपटा ही दिया बस अब,एक टिकट का सवाल है बाबा" अजीत जैन-"नल का पानी बहा दिया हूँ अपने तीर कमान से,लाला भइया हिल गए है मेरे अनबूझ बाण से" घनश्याम दास सराफ--"जड़ से मै खत्म करता ऐसा मेरा काम,व्यापारी संघ को मेटा था अब कमल का करूँगा काम" उमेश ब्योहार--"चिन्ता और फिकर में उड गए सारे बाल,ऐसा झटका लग गया बने ना कोई काम" कैलाश जैन--"काम करू मै सारे बस लेता हू ओट,एक के अस्सी न हुए मेरे सारे वोट" तरुण शर्मा--"धीरे धीरे कर रहा अपना सारा काम,हे राम तेरे कितने नाम" हनुमान गर्ग--"मेरी टिकट काट के गौतम किया धमाल,विधायक आया देर से, हुआ सारा कमाल" प्रदीप सोनी"राजू"--"जोर का झटका हाय ज़ोरों से लगा,बलि का बकरा हाये मै क्यू बना" शैलेन्द्र सिंह--"पन्छी करे न चाकरी संत करे ना काम,संत मलूका कहाँ गए सबके दाता राम" विजय पांडे--"बस्ती वालों मेरी बस्ती सम्भालो" (काँग्रेस )-->> मनोज अग्रवाल--"कमल से आरोप क्यो मुझपे लगते,ये कहा आ गए हम साथ चलते-चलते" डा.किशोर चंद जैन--"भीलन मारी गोपिका वही अर्जुन वही बाण,पुरुष बली नही होत है समय होत बलवान" इकबाल हुसैन वोहरा--"एक एक कर मैंने सबको दिया निपटाय,ताके बैरी है खडे नंबर मेरा कब आय" राम नरेश गर्ग--"सुनो गौर से दुनिया वालों चाहे जितना जोर लगा लो,टिकैट ले के आयेंगे हम जानी" नवल सराफ--"ताकते रहते तुझको साँझ सवेरे,टिकट ले के हारे अकेले" अशोक त्रिपाठी--"मुफ्त हुए बदनाम किसी की हाये नौकरी लगा के" सुनील सराफ--"अपना काम कर रहा हूँ,हैलो सुनील सराफ बोल रहा हूँ" मनोज सराफ "अंगा"--"काँग्रेस में तो पैर जमा है भाजपा तक पहुँच गाया है" राजेश जैन"लल्लू"--"नाव कागज की गहरा है पानी,दुनियादारी पडेगी निभानी" इशहाक भाई--"बस में तुझे बिठा के कर लूँगा मै बंद आँखें,मूंग दलूंगा मै तो" बद्री प्रसाद ताम्रकार--"टिकट की दौड़ से अपनो ने किया दूर्,गिन-गिन कर सबसे बदला लूँगा पूर" राजेश सोनी एड.--"ऐसी नजर से देखा जालिम ने हमरी ओर,टिकट हमारी काट के अब देख ना हमरी ओर" गुड्डू चौहान-"कौन कहता है मै पत्थर तोड़ नही सकता,क्या करू अकेला चना भाड नही फोड़ सकता" पत्रकार-->>देवेश प्रताप सिंह गहरवार--"बात कलम की हो या चले तलवार,सबसे आगे होंगे हम है गहरवार" राजकिशोर सोनी--"मै हू उसका वो है मेरा,कौन कहता है नवल नही मेरा" लालजी सोनी--"सबके रहते लगता है ऐसे कोई नही है मेरा" संतोष गौतम--"मचल-मचल के मै चलू काम करू मै तगडा,एक ड्रम पानी के साथ मूली का एक टुकडा" भरत मिश्रा--"न उधो का लेना न माधो का देना,चुपचाप रह के लम्बा माल है लीलना" नीलू रजक--"काम करो ग़लत या सही,नरदा नगदऊ से बही" अखिलेश नामदेव--"मन्त्री बनू उडता फिरूँ मस्त गगन में,आज मै आ-आ-आ-आज़ाद हूँ कोतमा के चमन में" पंकज तोमर--"साधना ने मेट दिया था एस.एम.बी.सी.ने किया कमाल" ग्रुप मेम्बर्स-->>महेन्द्र गोयनका--"कहत कबीर सुनो भाई बात कहूँ मै खरी कि दुनिया 1 नम्बरी तो मै 10 नम्बरी" अख्तर हुसैन वोहरा--"आते जाते हुए मै सब पे नजर रखता हूँ नाम अख्तर है मेरा सबकी ख़बर रखता हूँ" राजेश जैन "आसाम टी"--"अकेले ही अकेले चला है कहा हमसफर भी कोई साथ ले ले" हामिद हुसैन वोहरा--"मेरा जूता है लाखानी ये पतलून ईंगलिश्तानी सर पे धवल टोपी वोहरी फिर भी दिल है हिंदुस्तानी" ऋषभ जैन--"हम बदलेंगे जग बदलेगा,हम सुधरेंगे जग सुधरेगा"लेकिन फिर भी हम बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है" जितेन्द्र भट्ट--"नल-वल जल वल मै क्या जानू रे जानू तो जानू बस इतना के मै कमल निशानी जानू रे" रवि प्रकाश दिवेदी "छोटू"--"चेहरा भोला भला नाक पे गुस्सा रखता हूँ,नाम छोटू है मेरा ऊपर टोला में रहता हू" पंकज जैन--चाहे कोई कुछ कहे हमने किया विद्रोह,प्रेम से चले है जीवन नही रहे विछोह" प्रासू जैन--"शरीर संभल नही पाता है फिर भी चलता जाऊँ,कोई चाहे कुछ कहे मै तो कमल-कमल चिल्लाऊँ" प्रांसू जैन--"आँख में गुस्सा बना रहे वाणी में संग्राम,पंकज भाई कह गए चुप रहना तेरा काम" नीरज पाटस्कर--"अतिथि तुम कब आओगे" >>>>>>>>>>>>>>नीलेश मिश्रा--"अतिथी तुम कब जाओगे" संतोष सिंह परमार--"भाजपा से प्रेम मै करता काँग्रेस को हुह,पर भाई मै क्या करू राहुल सा है मुँह" राकेश पांडे--"कपडा दुकान खोल के चुपचाप बैठा रहता हूँ,लिखता कोई और है बदनाम मै होता हूँ" नूर फ़ारुख--"एक घडी आधी घडी आधे में कछु आप,तुलसी संगत साधु कि कटे कोट अपराध" ज़िया अशरफ--"अपनो ने सराहा मुझको वो मेरे हमदर्द,लिख-लिख कर कर दिया "उनके" सर में दर्द" विकाश सिंह धीरू--"नूर से मै कुछ छिपाऊँ पर मोदी-मोदी लिखता जाऊँ" विक्रमा सिंह--"रहिमन बिगडे आदि के बने न खर्चे दम,हरि बाढे आकाश ते तबहू बामने नाम" चांदी कांत--"छुप-छुप के छुप-छुप चोरी से चोरी छुप-छुप के छुप-छुप के रे,अपने जानते है मुझको और कोई न जाने रे" धर्मवीर--" मै ऋषभ नही हूँ " आम-आदमी--"कभी जय-वीरू बनके कभी आम बनके चले आना प्रभुजी चले आना" सुधीर जैन--"लिखना पढना आता मै ब्याज नही खाता" सनिल जैन "चंदेरिया"--"तोर बिटवा जवान होई गा मां..के माँ मोरी शादी कराईं दे" विकाश तोमर--"नन्हा मुन्हा राही हूँ,काँग्रेस का सिपाही हूँ" आशीष सराफ--"कौन कहता है हम इश्क नही करते,इश्क करते है पर किसी के घर में नही घुसते" किरण पोते--"एंग्री यंग मैन" संदीप शिवहरे--"कोतमा का ए.आर.रहमान,गाना मेरा काम हिंदू-मुश्लिम-सिख-ईसाई सबको मेरा सलाम" आनंद पोद्दार--"आज उतनी भी नही है मैखाने में,जितनी छोड़ दिया करते थे पैमाने में" मनोज सोनी--"सात अजूबे इस दुनिया में आठवीं अपनी जोडी,तोड़े से भाई टूटे ना ये संदीप+मनोज की जोडी" शुशांत सराफ--"मेरी दुकान पे आना मेरी जान" दानिश जलाली--"बात-बात पर मुझको आता है तैश,तुम्ही बताओ ए मेरे भइया अकल बडी या भैंस" मोहम्मद रफी--"ऐसे ही बैठे रहोगे तो चलेगा कैसे,कुछ नही करोगे तो जीत पाओगे कैसे" कुमार अशोक--"कुमार विश्वाश जब से आया है,मेरी कविता कोई नही पढ पाया है" ऋषि तिवारी--"अशोक चाचा जिंदाबाद" अनिमेष गहरवार--"मेरे घर के सामने अतिक्रमण की आँधी आ गई,मनु मै ऐसा हूँ कि दवाई भी हार गई" आदेश प्रताप सिंह--"मै बाबू छैला छैला बाबू छैला ये नाम था मेरा पहला आज से मै बन गाया रे मजनू देख के तुझको लैला" हेमचंद सोनी--"मै शायर बदनाम हो मै चला.." पंकज मिश्रा "मित्र"--"एक-दो-एक-दो भारत हिंदू रास्ट्र हो पर ग्राहक हर जात के हो " जी.के.पांडे.--"हार्डवेयर साफ्टवेयर बनाता हूँ ये ही मेरा काम,एक लाइन में कर देता सबका काम तमाम" शारदा शर्मा--"ठन्डी में पसीना चले न भूख ना प्यास लगे यार यही प्यार तो नही>>तन्नू चाचा से पूछूँगा" दीपक ताम्रकार--"कोतमा से बिजरी चले हम हो-होहो....." अमित सैनी--"सब विरोध करते गए आख़िर अंकल जीत गए" प्रकाश नामदेव पिक्कू--"प्रेम गया पैसा गया और गया व्यापार दर्शन दुर्लभ हो गाया जबसे दिया उधार" रामनरेश साहू--"साहू बन गया जेंटलमैन" योगेश तंतुवय--"बिजुरी से कोतमा तक भारत एक है" दीपक दुबे--"बम-अकड़ बमके मै उँगली करू जमके" राजेंद्र प्रसाद दिवदी-- "वैसे कुछ नही कहूंगा ज्यादा बोलोगे तो गाली दे दूँगा" देव गुप्ता--"हो कोई भी भाषा भाषी हो हम किसी प्रांत के वासी सबसे पहले है भारत वासी" संदीप थावरानी--"मुझे मेरी बीवी से बचाओ" मितिन अग्रवाल--"तुम्हारे पास फेसबुक है गूगल है=मेरे पास काम धन्धा है" संजय गिरी--"मै किसी पार्टी से नही हूँ,पर चुप भी नही रहता हूँ" अजितेश दिवेदी--"मेरे पापा का नाम तरुण शर्मा है" आशीष जैन--"सूरमा भोपाली " अजय विश्वकर्मा--"मै गायब तो नही" हर्षवर्धन शर्मा--"आय एम इन लव" अयाज अली टिंकू+अर्चना त्रिवेदी+नीतू 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