खूब गुस्साओ होली है,चुनाव वाली होली है--"इस प्रकाशन का किसी की निजी जिन्दगी से कोई लेना-देना नही है, अगर होगा तो बाबाजी का ठुल्लू" जनप्रतिनिधि-->> सांसद शहडोल-श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह--"वादा तेरा वादा वादे पे तेरे मारा गया शहडोल सीधा साधा" कोतमा विधायक मनोज अग्रवाल-"रहिमन बिगडे आदि के बने न खर्चे दाम हरी बाढे आकाश ते तबो बामने नाम" अनूपपुर विधायक-रामलाल रौतेल-"चली चाल श्रीकांत ने फिर भी गए जीत,लालबहादुर कह गए मोसे ऐसी प्रीत" कोतमा मण्डी अध्यक्ष-विनोद सराफ-"दोस्त दोस्त ना रहे भाई रहे न भाई,जातिवाद की लहर में कबीरा भी बौराई" नगर पालिका अध्यक्ष-पसान-"उमेश संग खेलूँ होरी मनोज भाई रे" नगर पालिका अध्यक्ष- कोतमा-"मैया मोरी मै नही कमीशन खायो,चंदू-रोशन बैरी बडे है मोरे मुख लपटायो रि मैया मोरी.." जनपद अध्यक्ष-महेन्द्र सिंह मराबी-"पथरौडी से निकले गाडी जैतपुर पहुचे हल्ले-हल्ले,मंत्री तो बापू रहे नही विधायकी में ही बल्ले-बल्ले राजनीति के अखाड़े से-->>(भाजपा) दिलीप जायसवाल-पूर्व विधायक-"ना कोई उमंग है ना कोई तरंग है मेरी ज़िन्दगी है क्या कटी पतंग है" ब्रजेश गौतम--"निपटाते-निपटाते थक गया मच गया पूरा शोर,बोल बोल के थक गया नंबर नही आए मोर" अजीत जैन-"घर से निकलते ही कुछ दूर चलते ही बैरी का है मोरे घर,आख़िर हरा के जाऊँ कहा से घूरे है मोरी ओर" घनश्याम दास सराफ--"मेरा दल्लू फिर आया ओ रामजी" उमेश ब्योहार--"इधर चलूं मै उधर चलूं जाने कहा मै किधर चलू" कैलाश जैन--"अब के बरस तेरी चांदो में पानी भर दिए रे..अब के बरस तेरी खत्म कहानी कर दिए रे.." तरुण शर्मा--"धीरे धीरे कर दिया सबका काम तमाम,ख़ुद भी प्यासा रह गया बचा न कोई काम" हनुमान गर्ग--"जाऊँ कहा बताये दिल दुनिया बडी है संगदिल,चाँदनी आई घर जलाने सूझे न कोई मंज़िल" प्रदीप सोनी"राजू"--"भूल जा मेरे दिल नलों पे आशियाना कोई बना सका ना..भूल जा.." शैलेन्द्र सिंह--"चल चल मेरे भाई तेरे हाथ जोडता हू हाथ जोडता हू तेरे पाव पडता हू..चल मेरे भाई" विजय पांडे--"तुम तो बडे अभिमानी परसराम तूम तो बडे अभिमानी,पांडे के कोमल वाणी परसराम तुम तो बडे अभिमानी" नितिन सिरोठिया-मंडल अध्यक्ष-पंडित हूँ दमोह का ऐसा करता काम जिसने भी विष बाण चले कर दिया काम तमाम (काँग्रेस )-->> डा.किशोर चंद जैन--"मै अगर जान जाऊँ कहा बजेगा जीत का मृदंग, तुरतै ही मै भूल जाऊँ उपकारी को संग" इकबाल हुसैन वोहरा--"कभी न कभी कही न कही कोई न कोई तो आयेगा अपना मुझे बनायेगा टिकट मुझे दिलवायेगा" राम नरेश गर्ग--"चलते चलते मुझे कोई मिल गया था परासी राह में चलते चलते.." नवल सराफ--"जब तक चाहा दिल से खेला और जब चाहा छोड़ दिया,इस कोतमा की माटी ने नवल का दामन छोड़ दिया" अशोक त्रिपाठी--"हम तो है छुई मुई इब का करी सोनी का ले के आई गए हो" सुनील सराफ--"पडा जो वक्त तो यारों ने साथ छोड़ दिया,यारों ने क्या बालों ने साथ छोड़ दिया" मनोज सराफ "अंगा"--"ना ना करते प्यार उन्ही से कर बैठे हम तो डूबे सनम उनको भी ले डूबे" राजेश जैन"लल्लू"--"मुझे बद्री लाला से बचाओ,लडता है बिगडता हैक्यो मेरे पीछॆ पडता है" इशहाक भाई--"यारों चाहे कुछ भी कहो मैंने लिया अवकाश,घर में बैठा रहता हूँ अफलाक से है आश" बद्री प्रसाद ताम्रकार--"अपना काम कर दिया अब सुनु न कोई काम,लल्लू से जो मिलोगे करूँगा काम तमाम" राजेश सोनी एड.--"बम अकड़ बमके अध्यक्ष बनू जमके, के बंद अकल सबकी खुल जाए" गुड्डू चौहान-"धीरज धरम मित्र औ नारी संकट काल परखिये चारि" राशिद अली-"अंगा के पिंड से छूटा मै तो भाई, ऐसी जीत दिला दिया कि जनम सफल होई जाई" मुशर्रफ अली-क्या करू क्या न करू ये कैसी मुश्किल हाय,कैसे मै विरोध करू मनोज न मुझे बताय ना काहू से दोस्ती न काहू से बैर मनोज भइया देख लो चंदू घूरे मोरी ओर राजेश शर्मा-"पुनि पुनि सुनेहु सुने सुनाये,बालमीकि कथा फिर दोहराये" पत्रकार-->>देवेश प्रताप सिंह गहरवार--"तीर निकालो न तलवार निकालो जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो" राजकिशोर सोनी--"चुपके चुपके चलता हूँ रहता मै विलुप्त,धीरे धीरे सोंखता रहता हूँ पर सुस्त" लालजी सोनी--"पोथी पढि पढि जग मुआ पंडित भया न कोय,तीन आखर नगद का पढ़ें सो पंडित होय" संतोष गौतम--"खूब करू मै मेहनत भाई,दवाई ने पर आग लगाई" भरत मिश्रा--"मदन को चूना लगा के बन गया मै तो प्यारा,धीरे धीरे गाना गाऊँ इक बँगला बने न्यारा" नीलू रजक--"आम आदमी पार्टी में शामिल हुआ था कल,केजरी भाई ने फेंक दिया उसपे सारा बल " अखिलेश नामदेव--"कुछ कर दिखाने की तमन्ना अब हमारे दिल में है,देखना है ज़ोर कितना बाज़ूये नीलू में है" पंकज तोमर--"तू हँस या ना हँस पत्थर की खदानों से निकला है जगृति साहस" पुस्पेंद्र शर्मा-यार दिलदार तुझे कैसा चाहिये प्यार चाहिये कि पैसा चाहिये,पइसा क्या करना है तेरे लिए जीना है,यार दिलदार मुझे ऐसा चाहिये प्यार के लिए मगर पैसा चाहिये ग्रुप मेम्बर्स-->>महेन्द्र गोयनका--"हमने घर छोडा है कसमो को तोड़ा है दूर कही जायेंगे नई दुनिया बसायेंगे" अख्तर हुसैन वोहरा--"ए भाई जरा देख् के चलो आगे भी नही पीछॆ भी दाये ही नही बाये भी ऊपर ही नही नीचे भी" राजेश जैन "आसाम टी"--"योग्यता की जंग पे सबपे पडता भारी,वजन तो घट गया पर भारी पड़ गई यारी " हामिद हुसैन वोहरा--"रहिमन ऐसे वचन से जो मिश्री की बाश" ऋषभ जैन--"धीरे धीरे प्यार को बढ़ाना है नमो मंत्र गुनगुनाना है" जितेन्द्र भट्ट--"भूत पिशाच निकट नही आवै महावीर जब नाम सुनावै" रवि प्रकाश दिवेदी "छोटू"--"चाहे कोई मुझे जंगली कहे चाहे कोई कुछ कहता रहे" पंकज जैन--"शायद मेरी शादी का खयाल दिल में आया है इसीलिए मम्मी ने मेरी मुझे यू.पी.बुलाया है" प्रासू जैन--"मुझको भी तो लिफ्ट करा दे" प्रांसू जैन--"छोड़ गए बालम हाये अकेला छोड़ गए" नीरज पाटस्कर--"कोई होता जिसको अपना हम अपना कह लेते यारो" नीलेश मिश्रा--"दुश्मनों ने तो दुशमनी की है,दोस्तों ने क्या कमी की है" संतोष सिंह परमार--"कैसे करू प्रचार मै आकर,श्रीकांत गज़-बदन निशाचर" राकेश पांडे--"आओगे तो लेना पडेगा,वंदेमातरम कहना पडेगा" नूर फ़ारुख--"है प्रीत जहां की रीत सदा मै गीत वहा के गाता हूँ,दुबई में रहने वाला हूँ भारत की बात सुनाता हूँ" ज़िया अशरफ--"तुम न जाने किस जहां में खो गए" विकाश सिंह धीरू--""ये लाल रंग कब मुझे छोडेगा"" विक्रमा सिंह--"काँग्रेस काँग्रेस सब कहै इंटक कहें न कोय,एक बार इंटक कहे तो दुःख काहे को होय" धर्मवीर--" जब जब होय धरम की हानि धर्मवीर कथा फिर दोहरानी" सुधीर जैन--"कहा तुम चले गए" सनिल जैन "चंदेरिया"--"देख देख गाहक मुसकाई,कम न करूँगा आना पाई" विकाश तोमर--"हम होंगे कामयाब एक दिन" संदीप शिवहरे--"गोरे नही हम काले सही हम नाचने गाने वाले सही हम सा एक नही" आनंद पोद्दार--"दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है,अंबिकापुर का गम हमे इनाम दिया है" मनोज सोनी--"एक बार जीता है एक बार जीतने की हवश है" दानिश जलाली--""कुछ ना कहो कुछ भी ना कहो,कहोगे तो.. झगडा होगा.."" मोहम्मद रफी--"तिर्छी टोपी वाले बाबू भोले भाले" कुमार अशोक--"कभी कभी , ऐसा होता है,प्यार का असर देर से होता है" ऋषि तिवारी--"कोतमा से भोपाल तक भारत एक है" अनिमेष गहरवार--"अजगर करे न चाकरी पन्छी करे न काज,दास मलूका कह गए सबके दाता राम" आदेश प्रताप सिंह--"लौट-पौट सब मेरा" हेमचंद सोनी--"चेहरे की हंसी से ग़म को भुला दो,कम बोलो पर सब कुछ बता दो,खुद ना रुठों पर सब को हँसा दो,यही राज है ज़िंदगी का, कि जियो और जीना सिखा दो" पंकज मिश्रा "मित्र"--"साडी दुकान विच मेले मित्रा दे " जी.के.पांडे.--"राजनीति में तो भैया उतर गया मै अब,बाकी सब तो ठीक है दुकान हो गई ठप्प" दीपक ताम्रकार--"उचेहरा से कोतमा तक भारत एक है" अमित सैनी--"सिस्टम अगर मै पा गया देता हूँ मै तोड़,चलो भाग चले पश्चिम की ओर" प्रकाश नामदेव पिक्कू--"चलता हूँ मै झग-झिग झग-झिग काम सारे फेक है" रामनरेश साहू--"साहूजी धीरे चलना प्यार में जरा सम्भलना" राजेंद्र प्रसाद दिवदी-- "गुमनाम है कोई" देव गुप्ता--"मनचाही लडकी कही कोई मिल जाए,अपना भी इस साल शादी का ईरादा है" संदीप थावरानी--"बीमा का तंत्र हूँ हां मै स्वतंत्र हूँ" मितिन अग्रवाल--"जब-जब होता क्रुद्ध सब सीमा करता अवरूद्ध" लक्ष्मीकांत त्रिपाठी-मै निकला झाडू ले के आपका आशीश-"आप"यहा आए किसलिये मुहम्मद सईद कुरैशी-आप तो ऐसे न थे अजितेश दिवेदी--"पापा मुझे मेरी आई.डी.चलाने ही नही देते " आशीष जैन--"निर्दलीय हूँ पर चुनाव चिन्ह नही,छोटा हूँ पर नादान नही " हर्षवर्धन शर्मा--"जाऊँ कहा बताये दिल" श्रेयांश जैन-पहले पढे लिखे फिर नमो नमो अयाज अली टिंकू+अर्चना त्रिवेदी+नीतू पांडे+रोमेश जैन+ऋतेश जैन +अभय विश्वकर्मा+अरुण भाई ताम्रकार+दीपेश जैन+आशु जैन+.मिथलेश जैन..कुछ और====="जाने जाना जाओ कल फिर आना यूँ ही किसी मोड़ पे मिल जाना" ग्रुप एडमिंस-->>मनीष गोयनका--"वह् तोडता पत्थर" आशुतोष अग्रवाल--"तुम याद बहुत आओगे-श्रद्धांजलि" यशवर्धन शर्मा--"नो अनुलोम नो विलोम आइ एम इन होम " अंकुर जैन"बडे"--"दिल के अरमा आसुओ मे बह गए" अंकुर जैन "छोटे"--भीड़ भाड से रहता दूर,फेसबुक ने किया मशहूर" कोतमा-जमुना टाउन-"पर्दे के पीछॆ कोई बैठा है पर्दा करके,मिलते हो अपने जानी से क्यू डर डर के" प्रस्तुति-कोतमा ग्रुप होली-बोली
Saturday 15 March 2014
खूब गुस्साओ होली है,चुनाव वाली होली है--"इस प्रकाशन का किसी की निजी जिन्दगी से कोई लेना-देना नही है, अगर होगा तो बाबाजी का ठुल्लू" जनप्रतिनिधि-->> सांसद शहडोल-श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह--"वादा तेरा वादा वादे पे तेरे मारा गया शहडोल सीधा साधा" कोतमा विधायक मनोज अग्रवाल-"रहिमन बिगडे आदि के बने न खर्चे दाम हरी बाढे आकाश ते तबो बामने नाम" अनूपपुर विधायक-रामलाल रौतेल-"चली चाल श्रीकांत ने फिर भी गए जीत,लालबहादुर कह गए मोसे ऐसी प्रीत" कोतमा मण्डी अध्यक्ष-विनोद सराफ-"दोस्त दोस्त ना रहे भाई रहे न भाई,जातिवाद की लहर में कबीरा भी बौराई" नगर पालिका अध्यक्ष-पसान-"उमेश संग खेलूँ होरी मनोज भाई रे" नगर पालिका अध्यक्ष- कोतमा-"मैया मोरी मै नही कमीशन खायो,चंदू-रोशन बैरी बडे है मोरे मुख लपटायो रि मैया मोरी.." जनपद अध्यक्ष-महेन्द्र सिंह मराबी-"पथरौडी से निकले गाडी जैतपुर पहुचे हल्ले-हल्ले,मंत्री तो बापू रहे नही विधायकी में ही बल्ले-बल्ले राजनीति के अखाड़े से-->>(भाजपा) दिलीप जायसवाल-पूर्व विधायक-"ना कोई उमंग है ना कोई तरंग है मेरी ज़िन्दगी है क्या कटी पतंग है" ब्रजेश गौतम--"निपटाते-निपटाते थक गया मच गया पूरा शोर,बोल बोल के थक गया नंबर नही आए मोर" अजीत जैन-"घर से निकलते ही कुछ दूर चलते ही बैरी का है मोरे घर,आख़िर हरा के जाऊँ कहा से घूरे है मोरी ओर" घनश्याम दास सराफ--"मेरा दल्लू फिर आया ओ रामजी" उमेश ब्योहार--"इधर चलूं मै उधर चलूं जाने कहा मै किधर चलू" कैलाश जैन--"अब के बरस तेरी चांदो में पानी भर दिए रे..अब के बरस तेरी खत्म कहानी कर दिए रे.." तरुण शर्मा--"धीरे धीरे कर दिया सबका काम तमाम,ख़ुद भी प्यासा रह गया बचा न कोई काम" हनुमान गर्ग--"जाऊँ कहा बताये दिल दुनिया बडी है संगदिल,चाँदनी आई घर जलाने सूझे न कोई मंज़िल" प्रदीप सोनी"राजू"--"भूल जा मेरे दिल नलों पे आशियाना कोई बना सका ना..भूल जा.." शैलेन्द्र सिंह--"चल चल मेरे भाई तेरे हाथ जोडता हू हाथ जोडता हू तेरे पाव पडता हू..चल मेरे भाई" विजय पांडे--"तुम तो बडे अभिमानी परसराम तूम तो बडे अभिमानी,पांडे के कोमल वाणी परसराम तुम तो बडे अभिमानी" नितिन सिरोठिया-मंडल अध्यक्ष-पंडित हूँ दमोह का ऐसा करता काम जिसने भी विष बाण चले कर दिया काम तमाम (काँग्रेस )-->> डा.किशोर चंद जैन--"मै अगर जान जाऊँ कहा बजेगा जीत का मृदंग, तुरतै ही मै भूल जाऊँ उपकारी को संग" इकबाल हुसैन वोहरा--"कभी न कभी कही न कही कोई न कोई तो आयेगा अपना मुझे बनायेगा टिकट मुझे दिलवायेगा" राम नरेश गर्ग--"चलते चलते मुझे कोई मिल गया था परासी राह में चलते चलते.." नवल सराफ--"जब तक चाहा दिल से खेला और जब चाहा छोड़ दिया,इस कोतमा की माटी ने नवल का दामन छोड़ दिया" अशोक त्रिपाठी--"हम तो है छुई मुई इब का करी सोनी का ले के आई गए हो" सुनील सराफ--"पडा जो वक्त तो यारों ने साथ छोड़ दिया,यारों ने क्या बालों ने साथ छोड़ दिया" मनोज सराफ "अंगा"--"ना ना करते प्यार उन्ही से कर बैठे हम तो डूबे सनम उनको भी ले डूबे" राजेश जैन"लल्लू"--"मुझे बद्री लाला से बचाओ,लडता है बिगडता हैक्यो मेरे पीछॆ पडता है" इशहाक भाई--"यारों चाहे कुछ भी कहो मैंने लिया अवकाश,घर में बैठा रहता हूँ अफलाक से है आश" बद्री प्रसाद ताम्रकार--"अपना काम कर दिया अब सुनु न कोई काम,लल्लू से जो मिलोगे करूँगा काम तमाम" राजेश सोनी एड.--"बम अकड़ बमके अध्यक्ष बनू जमके, के बंद अकल सबकी खुल जाए" गुड्डू चौहान-"धीरज धरम मित्र औ नारी संकट काल परखिये चारि" राशिद अली-"अंगा के पिंड से छूटा मै तो भाई, ऐसी जीत दिला दिया कि जनम सफल होई जाई" मुशर्रफ अली-क्या करू क्या न करू ये कैसी मुश्किल हाय,कैसे मै विरोध करू मनोज न मुझे बताय ना काहू से दोस्ती न काहू से बैर मनोज भइया देख लो चंदू घूरे मोरी ओर राजेश शर्मा-"पुनि पुनि सुनेहु सुने सुनाये,बालमीकि कथा फिर दोहराये" पत्रकार-->>देवेश प्रताप सिंह गहरवार--"तीर निकालो न तलवार निकालो जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो" राजकिशोर सोनी--"चुपके चुपके चलता हूँ रहता मै विलुप्त,धीरे धीरे सोंखता रहता हूँ पर सुस्त" लालजी सोनी--"पोथी पढि पढि जग मुआ पंडित भया न कोय,तीन आखर नगद का पढ़ें सो पंडित होय" संतोष गौतम--"खूब करू मै मेहनत भाई,दवाई ने पर आग लगाई" भरत मिश्रा--"मदन को चूना लगा के बन गया मै तो प्यारा,धीरे धीरे गाना गाऊँ इक बँगला बने न्यारा" नीलू रजक--"आम आदमी पार्टी में शामिल हुआ था कल,केजरी भाई ने फेंक दिया उसपे सारा बल " अखिलेश नामदेव--"कुछ कर दिखाने की तमन्ना अब हमारे दिल में है,देखना है ज़ोर कितना बाज़ूये नीलू में है" पंकज तोमर--"तू हँस या ना हँस पत्थर की खदानों से निकला है जगृति साहस" पुस्पेंद्र शर्मा-यार दिलदार तुझे कैसा चाहिये प्यार चाहिये कि पैसा चाहिये,पइसा क्या करना है तेरे लिए जीना है,यार दिलदार मुझे ऐसा चाहिये प्यार के लिए मगर पैसा चाहिये ग्रुप मेम्बर्स-->>महेन्द्र गोयनका--"हमने घर छोडा है कसमो को तोड़ा है दूर कही जायेंगे नई दुनिया बसायेंगे" अख्तर हुसैन वोहरा--"ए भाई जरा देख् के चलो आगे भी नही पीछॆ भी दाये ही नही बाये भी ऊपर ही नही नीचे भी" राजेश जैन "आसाम टी"--"योग्यता की जंग पे सबपे पडता भारी,वजन तो घट गया पर भारी पड़ गई यारी " हामिद हुसैन वोहरा--"रहिमन ऐसे वचन से जो मिश्री की बाश" ऋषभ जैन--"धीरे धीरे प्यार को बढ़ाना है नमो मंत्र गुनगुनाना है" जितेन्द्र भट्ट--"भूत पिशाच निकट नही आवै महावीर जब नाम सुनावै" रवि प्रकाश दिवेदी "छोटू"--"चाहे कोई मुझे जंगली कहे चाहे कोई कुछ कहता रहे" पंकज जैन--"शायद मेरी शादी का खयाल दिल में आया है इसीलिए मम्मी ने मेरी मुझे यू.पी.बुलाया है" प्रासू जैन--"मुझको भी तो लिफ्ट करा दे" प्रांसू जैन--"छोड़ गए बालम हाये अकेला छोड़ गए" नीरज पाटस्कर--"कोई होता जिसको अपना हम अपना कह लेते यारो" नीलेश मिश्रा--"दुश्मनों ने तो दुशमनी की है,दोस्तों ने क्या कमी की है" संतोष सिंह परमार--"कैसे करू प्रचार मै आकर,श्रीकांत गज़-बदन निशाचर" राकेश पांडे--"आओगे तो लेना पडेगा,वंदेमातरम कहना पडेगा" नूर फ़ारुख--"है प्रीत जहां की रीत सदा मै गीत वहा के गाता हूँ,दुबई में रहने वाला हूँ भारत की बात सुनाता हूँ" ज़िया अशरफ--"तुम न जाने किस जहां में खो गए" विकाश सिंह धीरू--""ये लाल रंग कब मुझे छोडेगा"" विक्रमा सिंह--"काँग्रेस काँग्रेस सब कहै इंटक कहें न कोय,एक बार इंटक कहे तो दुःख काहे को होय" धर्मवीर--" जब जब होय धरम की हानि धर्मवीर कथा फिर दोहरानी" सुधीर जैन--"कहा तुम चले गए" सनिल जैन "चंदेरिया"--"देख देख गाहक मुसकाई,कम न करूँगा आना पाई" विकाश तोमर--"हम होंगे कामयाब एक दिन" संदीप शिवहरे--"गोरे नही हम काले सही हम नाचने गाने वाले सही हम सा एक नही" आनंद पोद्दार--"दुश्मन न करे दोस्त ने वो काम किया है,अंबिकापुर का गम हमे इनाम दिया है" मनोज सोनी--"एक बार जीता है एक बार जीतने की हवश है" दानिश जलाली--""कुछ ना कहो कुछ भी ना कहो,कहोगे तो.. झगडा होगा.."" मोहम्मद रफी--"तिर्छी टोपी वाले बाबू भोले भाले" कुमार अशोक--"कभी कभी , ऐसा होता है,प्यार का असर देर से होता है" ऋषि तिवारी--"कोतमा से भोपाल तक भारत एक है" अनिमेष गहरवार--"अजगर करे न चाकरी पन्छी करे न काज,दास मलूका कह गए सबके दाता राम" आदेश प्रताप सिंह--"लौट-पौट सब मेरा" हेमचंद सोनी--"चेहरे की हंसी से ग़म को भुला दो,कम बोलो पर सब कुछ बता दो,खुद ना रुठों पर सब को हँसा दो,यही राज है ज़िंदगी का, कि जियो और जीना सिखा दो" पंकज मिश्रा "मित्र"--"साडी दुकान विच मेले मित्रा दे " जी.के.पांडे.--"राजनीति में तो भैया उतर गया मै अब,बाकी सब तो ठीक है दुकान हो गई ठप्प" दीपक ताम्रकार--"उचेहरा से कोतमा तक भारत एक है" अमित सैनी--"सिस्टम अगर मै पा गया देता हूँ मै तोड़,चलो भाग चले पश्चिम की ओर" प्रकाश नामदेव पिक्कू--"चलता हूँ मै झग-झिग झग-झिग काम सारे फेक है" रामनरेश साहू--"साहूजी धीरे चलना प्यार में जरा सम्भलना" राजेंद्र प्रसाद दिवदी-- "गुमनाम है कोई" देव गुप्ता--"मनचाही लडकी कही कोई मिल जाए,अपना भी इस साल शादी का ईरादा है" संदीप थावरानी--"बीमा का तंत्र हूँ हां मै स्वतंत्र हूँ" मितिन अग्रवाल--"जब-जब होता क्रुद्ध सब सीमा करता अवरूद्ध" लक्ष्मीकांत त्रिपाठी-मै निकला झाडू ले के आपका आशीश-"आप"यहा आए किसलिये मुहम्मद सईद कुरैशी-आप तो ऐसे न थे अजितेश दिवेदी--"पापा मुझे मेरी आई.डी.चलाने ही नही देते " आशीष जैन--"निर्दलीय हूँ पर चुनाव चिन्ह नही,छोटा हूँ पर नादान नही " हर्षवर्धन शर्मा--"जाऊँ कहा बताये दिल" श्रेयांश जैन-पहले पढे लिखे फिर नमो नमो अयाज अली टिंकू+अर्चना त्रिवेदी+नीतू पांडे+रोमेश जैन+ऋतेश जैन +अभय विश्वकर्मा+अरुण भाई ताम्रकार+दीपेश जैन+आशु जैन+.मिथलेश जैन..कुछ और====="जाने जाना जाओ कल फिर आना यूँ ही किसी मोड़ पे मिल जाना" ग्रुप एडमिंस-->>मनीष गोयनका--"वह् तोडता पत्थर" आशुतोष अग्रवाल--"तुम याद बहुत आओगे-श्रद्धांजलि" यशवर्धन शर्मा--"नो अनुलोम नो विलोम आइ एम इन होम " अंकुर जैन"बडे"--"दिल के अरमा आसुओ मे बह गए" अंकुर जैन "छोटे"--भीड़ भाड से रहता दूर,फेसबुक ने किया मशहूर" कोतमा-जमुना टाउन-"पर्दे के पीछॆ कोई बैठा है पर्दा करके,मिलते हो अपने जानी से क्यू डर डर के" प्रस्तुति-कोतमा ग्रुप होली-बोली
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